Thursday, March 27, 2014

अंग्रेजी तारीख ३१ मार्च २०१४,हिंदी-चेत्र मास, नव वर्ष हिंदी भारतीय नव वर्ष विक्रम संवत - २०७१ गुडी पड़वा हार्दिक शुभकामनायें -

अंग्रेजी तारीख ३१ मार्च २०१४,हिंदी-चेत्र मास, नव वर्ष हिंदी भारतीय नव वर्ष  विक्रम संवत - २०७१  गुडी पड़वा  हार्दिक शुभकामनायें - 

bhartiya navvarsh 2071 ... शक संवत भी बराबर के महत्त्व का है लेकिन विक्रम संवत से आयु में छोटा होने के कारण विक्रम संवत को हम अधिक महत्त्वपूर्ण मानते हैं. भारतीय संविधान ...  में गुडी पड़वा भी उगाडी के दिन ही मनाया जाता है. .... जहाँ हम दिनांक ३१.०३.२०१४ दिन सोम वार (सोमवार) को भारतीय नव वर्ष २०७१ बड़े ही धूमधाम से मनायेंगे.

विक्रम संवत - २०७१ -हिंदी नव वर्ष हार्दिक शुभकामनायें --

जो भगवती कि कृपा से सत्ता में हें वे साधक कृपया ध्यान दें :-

तारीख ३१ चेत्र मास नवरात्राम्भ,गुडी पड़वा को  रेवती नक्षत्र में देवी-घट स्थापित होगा ! ज्वारे विसर्जन श्री राम नवमी को ०८ अप्रेल 2014 को होगें !

चेत्र मास में देवी पूजन का विधान -चेत्र मास के शुक्ल पक्ष में रक्त-दन्तिका का पूजन करना चाहिए ! रेवती या अश्वनी में देवी-घट स्थापित करें ! प्रति दिन, जवा-कुसुम,रक्त-करवीर, ब्रम्ह-पुष्प या श्वेत-पुष्प-पल्लव से पूजा करें ! अहिर्बुघ्न,बैधृति और अपरान्ह में कुम्भ स्थापित न करें ! देवी-स्थापन के उद्देश्य से कलश-स्थापन होता हें !

बैधृति में कलश स्थापन करने से राज्य -नाश, चोर-भय, अग्नि-भय, होता हें ! इसलिए बैधृति त्याज्य हें ! अपरान्ह में कुम्भ-स्थापन करने से कलत्र का विनाश होता हें, बुद्धि भ्रष्ट होती हें ! इसलिए अपरान्ह बर्जित हें ! जो साधक मोह से दुर्गा-कलश को अपरान्ह में स्थापित करते हें, उन साधकों का गृह-भंग होता हें, यश कि हानि होती हें ! इसलिए अपरान्ह त्याज्य हें !

विहित समय पर कलश-स्थापन कर प्रति -दिन वेद-पाठादि, सप्तशती-पाठ, नाना प्रकार के स्रोत्रादिकों का पाठ करना चाहियें ! रक्त -दन्तिका के प्रसन्नार्थ त्रिकाल-पूजन करें ! अष्ठमी के दिन रात्रि में जागरण करें ! नवमी के दिन पारण करें ! दशमी के दिन कलश-विसर्जन और अभिषेकः करें !इस प्रकार रक्त-दंतिकोत्सव करें ! इससे साधक के आयुर्बल कि बृद्धि होती हें और पुत्र प्राप्त होता हें ! देवी शक्ति उस साधक को मिलती हें !!

भारत का सबसे पुराना इतिहास अनुसार सबसे पहिले और सबसे बाद तक मानें जाने बाला हिंदी नव-वर्ष ३१ मार्च २०१४ से प्रारम्भ हो रहा हें, आप सभ को बधाई शुभकामनायें अखिल भरतीय कायस्थ महासभा, शीश महल, भोपाल !

राज गद्दी पर विराजमान राजा कृपया ध्यान दें - चेत्र मास के राम - राज्योत्सब ०४ अप्रेल २०१४ को तिथि नियत हें ! विधि अनुसार विजय योग में दसमीं के दिन अस्त्र पूजन कर सकते हें ! लेकिन विजय योग विद्धवान पंडित से पूछ कर तिथि समय का विशेष ध्यान रखते हुए करें !

Sunday, March 16, 2014

आज रंगीन होली की रंगीन शुभ कामनाएं

होली आई, सतरंगी रंगों की बौछार लायी; ढेर सारी मिठाई और मीठा-मीठा प्यार लायी;
आप की ज़िंदगी हो मीठे प्यार और खुशियों से भरी;जिसमें समाए सातों रंग, यही शुभकामनाएं हैं हमारी।
आपको सपरिवार होली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ............होली है न?
कुछ गुझिया-उझिया नहीं खिलाओगे जी?

Akhil Bhartiya Kayastha Mahasabha bhopal · Garima Mathur Bareilly

Khushi ke is pal mein ye dil bas muskuraye
Har gum bhula ke pyar bhare sapne sajaye
In hasin palo ki khushboo is dil ko bahut bhaye
Shayad in palo ka sangam hai jannat kehlaye…

होली की पूर्व संध्या पर हार्दिक शुभ कामनाएँ ................





आपको और आपके परिवार को होली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें !!

मथुरा की खुशबू,गोकुल का हार,वृन्दाबन की सुगंध, बरसाने की फुहार,
राधा की उम्मीद,कान्हा का प्यार,मुबारक हो आपको होली का त्यौहार.
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जरा सा मुस्कुरा देना होली मनाने से पहले,हर गम को जला देना होली जलाने से पहले!!
मत सोचना की किस किस ने दिल दुखाया है अब तक, सबको माफ़ कर देना रंग लगाने से पहले !!
क्या पता फिर ये मौका मिले न मिले, इसलिए दिल को साफ़ कर लेना होली से पहले !!
कहीं यह सन्देश हम से पहले कोई आप को न भेज दे, इसलिए होली की शुभ कामना ले लीजिये हम से पहले !!
होली की शुभकामनाएँ।
अफ़साना लिख रही हूँ, दिल-ए-बेकरार का
आँखों मे रंग भर के तेरे इंतजार का
जब तू नही तो कुछ भी नही हैं बहार में
जी चाहता हैं मुँह भी ना देखू बहार का
हासिल हैं यूँ तो मुझ को जमाने की दौलते
लेकिन नसीब लाई हूँ एक सोगवार का
आजा के अब तो आँख में आँसू भी आ गये
सागर छलक उठा मेरे सबर-ओ-करार का........